पाकिस्तान को AMRAAM मिसाइलें नहीं दे रहे… विवाद के बाद अमेरिका ने जारी किया बयान, मुल्ला मुनीर का सपना चकनाचूर
अमेरिकी दूतावास ने भी शुक्रवार यानि आज एक बयान जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि “यह अनुबंध संशोधन पाकिस्तान की मौजूदा क्षमताओं में किसी भी प्रकार के अपग्रेडेशन से संबंधित नहीं है।” जबकि पहले दावा किया गया था कि पाकिस्तान को अमेरिका से नई AIM-120 मिसाइलें मिलने जा रही हैं।
अमेरिकी युद्ध विभाग ने 30 सितंबर 2025 को एक सामान्य अनुबंध सूची जारी की| इसमें कई देशों, जिनमें पाकिस्तान के लिए विदेशी सैन्य बिक्री (FMS) कॉन्ट्रैक्ट में संशोधन का जिक्र था. ये संशोधन पुराने कॉन्ट्रैक्ट में रखरखाव और स्पेयर पार्ट्स के लिए था| लेकिन मीडिया में गलत खबरें फैलीं कि पाकिस्तान को नई एडवांस्ड मीडियम-रेंज एयर-टू-एयर मिसाइलें (AMRAAM) मिल रही हैं. अमेरिकी प्रशासन ने साफ कहा है कि ये खबरें झूठी हैं|
अमेरिकी युद्ध विभाग ने एक पुराने FMS कॉन्ट्रैक्ट में बदलाव की घोषणा की. ये बदलाव कई देशों के लिए था – जैसे ब्रिटेन, पोलैंड, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान | कॉन्ट्रैक्ट का फोकस रखरखाव और स्पेयर पार्ट्स पर था, यानी पुरानी मिसाइलों को चलाने और ठीक करने के लिए सामान.| कुल मूल्य $2.51 बिलियन का अनुबंध है, जिसमें $41.6 मिलियन का अतिरिक्त संशोधन. काम मई 2030 तक पूरा होगा|
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